खान-पान और गठिया (To Control Arthritis Improve Diet) गठिया रोग में जोड़ों में गांठें बन जाती हैं और शूल चुभने जैसी पीड़ा होती है, चलने-फिरने में भी तकलीफ होने लगती है तथा जोड़ों में बहुत दर्द होता है गठिया का मूल कारण: गठिया का मूल कारण है शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा का बढ़ जाना, जिसकी वजह से जोड़ों में सूजन आ जाती है। पीड़ित दर्द के कारण ज्यादा चल फिर नहीं सकता, यहां तक कि हिलने-डुलने में भी परेशानी होने लगती है। सबसे पहले इसका असर पैरों के अंगूठे में देखने को मिलता है। इस रोग की सबसे बड़ी पहचान ये है कि रात को जोड़ों का दर्द बढ़ता है और सुबह थकान महसूस होती है। गठिया में परहेज़ आवश्यक होता है इसलिए आपको यह जानना जरुरी है क्या खाएं और क्या नहीं खाएं। गठिया में जड़ों वाली फ़ल सब्जियां काफी लाभप्रद होती हैं , गाजर, शकरकंद और अदरक अच्छा होता है। इनमें प्यूरिन की मात्रा काफी कम होती है। गठिया से पीड़ित व्यक्तियों को ढेर सारा पानी पीनें और तरल पदार्थों का सेवन करने को कहा जाता है, लेकिन अल्कोहल और सॉफ्ट ड्रिंक के सेवन से बचें अगर आप अल्कोहल और सॉफ्ट ड्रिंक का
सर्वाइकल से निजात पाने के लिए जरूरी काम
तनावपूर्ण जिंदगी में ज्यादातर लोग किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त रहते है, जिसमें सर्वाइकल एक आम परेशानी है। जब गर्दन की हड्डियों में घिसावट होती है तो सर्वाइकल की समस्या सामने आती है जिसे गर्दन के अर्थराइटिस के नाम से भी जाना जाता है। सर्वाइकल की परेशानी आमतौर पर ज्यादा टीवी देखने, लंबे समय गर्दन को झुकाकर डेस्क वर्क या पढ़ाई-लिखाई करना, गर्दन में झटका देने, ज्यादा ऊंचे तथा कठोर तकिए का इस्तेमाल करने आदि से होती है। इसमें नसों पर दबाव पड़ने से दर्द गर्दन से शुरू होकर कंधे से होता हुआ पैरो के अगूंठे तक दर्द महसूस होता है। सर्वाइकल का दर्द कभी-कभी असहनीय हो जाता है जिस वजह से किसी भी काम में मन नहीं लगता। ऐसे में लोग डॉक्टरी सहायता लेकर इस दर्द को दूर करते है। माना की डॉक्टरी सहायता जरूरी है लेकिन आप इसका घरेलू इलाज भी कर सकते है। हम आपको घर में सर्वाइकल के दर्द से छुटकारा दिलाने के तरीके बताएंगे जो आपके बहुत काम भी आएंगे।
1. गर्दन की एक्सरसाइज
इस दर्द को कम करने के लिए गर्दन को घ़ड़ी की दिशा में हल्के-हल्के पांच या दस बार घुमाएं, फिर यही क्रिया विपरीत दिशा में करें। इसके बाद सिर को ऊपर-नीचे और दाएं-बाए घुमाएं।
2. गर्दन की मालिश
सर्वाइकल के दौरान ब्रेन में ब्लड पहुंचाने वाली ब्लड वेसल में कुछ समय के लिए रूकावट आ सकती है। ऐसे में गर्दन में दर्द होने लगता है। इस दर्द को दूर करने के लिए तेल से हल्के-हल्के हाथों से मालिश करें। मालिश हमेशा ऊपर से नीचे की ओर करें। हाथों को गर्दन से ले जाते हुए कंधे के ओर ले जाए।
3. गर्म पानी की सिंकाई
लगातार सर्वाइकल रहने से अचानक से हाथों में तेज दर्द होने लगता है। इसको नजअंदाज करने से मसल्ज कमजोर और पैरालिसिस हो सकता है। इसलिए मालिश के बाद गर्म पानी से गर्दन की सिंकाई करें। सिंकाई करने के तुरंत बाद खुली हवा में न जाएं और कोई तरल पदार्थ न पिएं।
4. बॉडी का सही पॉश्चर
अगर आप बॉडी का पॉश्चर ठीक नहीं रखते तो रीढ़ की हड्डी बिगड़ जाती है, जिससे कमर के नीचे हिस्से और गर्दन में दर्द रहने लगता है। इसलिए बैठते और उठते समय अपना बॉडी पॉश्चर बिल्कुल सीधा रखें।
सर्वाइकल का घरेलू इलाज
1. लौंग का तेल
सरसों के तेल में लौंग का तेल मिलाकर गर्दन की अच्छे से मालिश करें। इससे दर्द गायब हो जाएगा।
2. जैतून तेल
जैतून तेल को हल्का गर्म करके गर्दन की मसाज करें। मसाज करने के बाद तौलिए को गर्म पानी में भिगोकर लगभग 10 मिनट तक गर्दन पर रखें।
3. अदरक की चाय
गर्दन में ज्यादा दर्द हो रहा है तो एक कप चाय में अदरक का एक चम्मच पेस्ट डासकर पिएं। इससे दर्द दूर हो जाएगा।
4. अजवाइन
अजवाइन लेकर इसकी पोटली बना लें। इसको तवे पर गर्म करके गर्दन की सिंकाई करें। इससे गर्दन का दर्द गायब हो जाएगा।
5. सौंठ
सरसों के तेल में सौंठ का चूर्ण मिलाएं और इससे गर्दन की मालिश करें। इसके अलावा सौंठ और अश्वगंधा को मिलाकर रोज सुबह-शाम दूध के साथ एक-एक चम्मच लें।
सर्वाइकल के दर्द ने उड़ा रखी है नींद तो करें ये काम
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